डीसीए (DCA) फुल कोर्स हिंदी में: बेसिक से एडवांस तक कंप्यूटर एप्लीकेशन की पूरी जानकारी
क्या आप कंप्यूटर के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं? आज की दुनिया में, चाहे आप छात्र (Student) हों, नौकरी की तलाश (Job Seeker) कर रहे हों, या व्यवसायी (Businessman), कंप्यूटर की समझ सफलता की पहली सीढ़ी है।
इस व्यापक गाइड में, हम आपको डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (DCA) के पूरे सिलेबस को कवर करेंगे। यह कोर्स आपको 100% प्रैक्टिकल ज्ञान के साथ कंप्यूटर बेसिक्स से लेकर MS Office, नेटवर्किंग और इंटरनेट तक हर चीज में मास्टर बना देगा।
विषय सूची (Table of Contents)
- मॉड्यूल 1: कंप्यूटर फंडामेंटल्स
- मॉड्यूल 2: ऑपरेटिंग सिस्टम और फाइल मैनेजमेंट
- मॉड्यूल 3: Microsoft Word (डॉक्यूमेंट क्रिएशन)
- मॉड्यूल 4: Microsoft Excel (डेटा मैनेजमेंट और गणना)
- मॉड्यूल 5: Microsoft PowerPoint (प्रस्तुतिकरण)
- मॉड्यूल 6: Microsoft Access (डेटाबेस प्रबंधन)
- मॉड्यूल 7: कंप्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट की दुनिया
मॉड्यूल 1: कंप्यूटर फंडामेंटल्स (कंप्यूटर का परिचय)
1. कंप्यूटर क्या है?
आसान शब्दों में कहें तो कंप्यूटर (Computer) एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। लेकिन यह सिर्फ कोई साधारण डिवाइस नहीं है; यह एक ऐसी डिवाइस है जो:
- अर्थमैटिक (Arithmetic) और लॉजिकल (Logical) ऑपरेशंस कर सकती है।
- आपके डेटा को स्टोर कर सकती है।
- आपके डेटा को अरेंज कर सकती है।
- किसी भी प्रोसेसिंग (Processing) को कर सकती है।
2. कंप्यूटर के जनक (Father of Computer)
चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) को फादर ऑफ कंप्यूटर कहा जाता है। उन्हें यह उपाधि इसलिए मिली, क्योंकि उन्होंने 1822 में डिफरेंस इंजन (Difference Engine) नामक मशीन का आविष्कार किया था, जो जटिल गणनाएँ कर सकती थी।
3. हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर (Computer Components)
कंप्यूटर दो मुख्य चीज़ों का संयोजन (Combination) है, और इनके बिना कंप्यूटर अधूरा है:
| घटक | परिभाषा | उदाहरण |
| हार्डवेयर (Hardware) | कंप्यूटर का वह फिजिकल पार्ट जिसे हम देख सकते हैं और छू सकते हैं। यह कंप्यूटर का शरीर (Body) है। | माउस, कीबोर्ड, मॉनिटर, प्रिंटर, CPU, मदरबोर्ड। |
| सॉफ्टवेयर (Software) | प्रोग्राम्स या निर्देशों का समूह, जो हार्डवेयर को काम करने के लिए कहता है। यह कंप्यूटर की आत्मा (Soul) है। | Windows (ऑपरेटिंग सिस्टम), MS Office, WhatsApp, Games। |
सॉफ्टवेयर के प्रकार (Types of Software)
- सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software): ये वो प्रोग्राम होते हैं जो सिस्टम के साथ इनबिल्ड आते हैं, जिन्हें हम इंस्टॉल या अनइंस्टॉल नहीं कर सकते। यह सिस्टम को चलाने के लिए सबसे ज़रूरी हैं।
- उदाहरण: ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows), Play Store, माय फाइल्स, रीसायकल बिन, कंट्रोल पैनल।
- एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software): ये वो प्रोग्राम हैं जिन्हें यूजर अपनी मर्जी और जरूरत के अनुसार इंस्टॉल या अनइंस्टॉल कर सकता है।
- उदाहरण: MS Office, Tally, Photoshop, WhatsApp, Instagram, Google Chrome, Zomato।
4. कंप्यूटर डिवाइसेस: इनपुट, प्रोसेसिंग और आउटपुट
कंप्यूटर किसी भी काम को तीन चरणों में करता है:
| चरण | डिवाइस का नाम | कार्य | उदाहरण |
| इनपुट (Input) | इनपुट डिवाइसेस | कंप्यूटर के अंदर डेटा एंटर करना या निर्देश देना। | कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, माइक्रोफोन, वेबकैम। |
| प्रोसेसिंग (Processing) | प्रोसेसिंग डिवाइस (CPU) | इनपुट किए गए डेटा पर गणना (Calculation) करना और उसे जानकारी (Information) में बदलना। | CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) – जिसमें ALU, MU और CU होते हैं। |
| आउटपुट (Output) | आउटपुट डिवाइसेस | प्रोसेस की गई जानकारी (Information) को यूजर को वापस दिखाना या देना। | मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, प्रोजेक्टर, हेडफोन। |
डेटा vs. इंफॉर्मेशन: प्रोसेसिंग से पहले जो हम एंटर करते हैं वह डेटा होता है, और प्रोसेसिंग के बाद जो हमें वापस मिलता है वह इंफॉर्मेशन होता है।
<a name=”module-2″></a>
मॉड्यूल 2: कीबोर्ड और माउस की मास्टरी
1. कीबोर्ड (Keyboard) का परिचय (20:57 – 25:52)
कीबोर्ड पर मुख्य रूप से पाँच (5) तरह की Key (कुंजी) होती हैं:
- फंक्शन कीज़ (Function Keys): सबसे ऊपर स्थित होती हैं। इनकी संख्या 12 होती है (F1 से F12 तक)। इनका काम एप्लीकेशन के अनुसार बदलता रहता है (जैसे F5 रिफ्रेश के लिए)।
- अल्फ़ा-न्यूमैरिक कीज़ (Alpha-Numeric Keys): ये नंबर्स (1 से 0) और अल्फाबेट्स (A-Z) दोनों का संयोजन होती हैं, जिनका उपयोग टाइपिंग के लिए होता है।
- न्यूमैरिक कीपैड (Numeric Keypad): कीबोर्ड के दाहिनी ओर (Right Side) सिर्फ नंबर्स और गणितीय ऑपरेशंस के लिए अलग से दिया गया कीपैड।
- एरो कीज़ (Arrow Keys): डॉक्यूमेंट या स्क्रीन पर ऊपर, नीचे, दाएं, बाएं (Top, Bottom, Left, Right) जाने के लिए उपयोग की जाती हैं।
- स्पेशल कीज़ (Special Keys): ये विशेष कार्य करने के लिए होती हैं।
- सबसे बड़ी की: स्पेस की (Space Key) होती है।
- उदाहरण: Shift, Ctrl, Alt (ऑल्ट), Tab, Enter, Backspace, Delete, Insert, Page Up, Page Down।
- विंडो की (Window Key): इसका उपयोग स्टार्ट मेनू खोलने (सिर्फ Window Key दबाकर), रन कमांड (Window + R) खोलने, या स्क्रीन लॉक (Window + L) करने जैसे कार्यों के लिए होता है।
2. माउस (Mouse) का उपयोग (26:30 – 29:04)
माउस में तीन प्रमुख कार्य होते हैं:
| बटन/एक्शन | कार्य |
| लेफ्ट क्लिक (Single Click) | किसी भी ऑब्जेक्ट (फाइल, फोल्डर, आइकन) को सेलेक्ट (Select) करने के लिए। |
| लेफ्ट क्लिक (Double Click) | किसी भी फाइल या प्रोग्राम को ओपन (Open) करने के लिए। |
| राइट क्लिक (Right Click) | किसी भी ऑब्जेक्ट की प्रॉपर्टीज (Properties), मेनू, या विकल्पों (Options) तक पहुँचने के लिए (जैसे: रिनेम, कट, कॉपी, डिलीट)। |
| स्क्रॉल व्हील (Scroll Wheel) | पेज या डॉक्यूमेंट को ऊपर (Up) और नीचे (Down) स्क्रॉल करने के लिए। |
| स्क्रॉल व्हील क्लिक | जब आप इसे क्लिक करते हैं, तो माउस एक स्क्रॉल मोड में बदल जाता है, जिससे आप माउस को हिलाकर ही पेज को ऊपर-नीचे कर सकते हैं। |
<a name=”module-3″></a>
मॉड्यूल 3: बेसिक कंप्यूटर ऑपरेशन (प्रैक्टिकल)
1. सिस्टम को ऑन करना (29:35 – 30:00)
- डेस्कटॉप कंप्यूटर: CPU की पावर की ऑन करें।
- लैपटॉप: पावर ऑन/ऑफ बटन दबाएं।
- सिस्टम ऑन होने के बाद, यदि आपने सेट किया है, तो यह पासवर्ड मांगेगा।
2. डेस्कटॉप और टास्कबार (Desktop & Taskbar) (30:00 – 30:48)
- डेस्कटॉप: कंप्यूटर ऑन होने के बाद दिखने वाली मुख्य स्क्रीन।
- टास्कबार: डिस्प्ले के नीचे की पट्टी जो हमेशा इनेबल रहती है। इस पर स्टार्ट बटन, सर्च बार और पिन किए गए प्रोग्राम दिखते हैं।
3. प्रोग्राम को टास्कबार पर पिन/अनपिन करना (31:00 – 33:07)
किसी भी प्रोग्राम का शॉर्टकट बनाने के लिए उसे टास्कबार पर पिन किया जाता है, ताकि उसे बार-बार सर्च न करना पड़े।
पिन करने का तरीका:
- सर्च बार में प्रोग्राम का नाम टाइप करें (जैसे: Word)।
- दिखे हुए प्रोग्राम के नाम पर राइट क्लिक करें।
- विकल्पों में से Pin to Taskbar चुनें।
अनपिन करने का तरीका:
- टास्कबार पर पिन किए हुए प्रोग्राम पर राइट क्लिक करें।
- Unpin from Taskbar विकल्प चुनें।
मॉड्यूल 3 (जारी): प्रोग्राम खोलना और बेसिक फाइल ऑपरेशन
1. कोई भी प्रोग्राम कैसे खोलें (33:14 – 33:55)
कंप्यूटर में किसी भी प्रोग्राम को खोलने के मुख्य तरीके:
- स्टार्ट मेनू: Start Button पर क्लिक करें और प्रोग्राम की लिस्ट में खोजें।
- सर्च बार: टास्कबार में दिए गए Search Bar में सीधे प्रोग्राम का नाम टाइप करें (जैसे:
Word,Excel)।- जैसे ही आप
Wordटाइप करेंगे, आपके सामने इंस्टॉल्ड वर्जन (जैसे Word 2023) आ जाएगा। - उस पर सिंगल लेफ्ट क्लिक करके प्रोग्राम को खोलें।
- जैसे ही आप
- Run Command:
Window + Rदबाकर रन कमांड खोलें और प्रोग्राम का नाम टाइप करें (जैसे MS Word के लिएwinword)।
2. फाइल बनाना और सेव करना (33:55 – 35:12)
- डॉक्यूमेंट बनाना: MS Word ओपन करें $\rightarrow$ Blank Document लें $\rightarrow$ अपना कंटेंट लिखें।
- सेव करना: File Menu $\rightarrow$ Save पर क्लिक करें।
- लोकेशन: कंप्यूटर/ब्राउज करके वह स्थान चुनें जहाँ सेव करना है (जैसे: Desktop)।
- नाम: फाइल को कोई नाम दें (जैसे: ‘नेहा’ या ‘पूजा’) और Save पर क्लिक करें।
3. माय फाइल्स (File Explorer) एक्सेस करना (35:18 – 36:00)
कंप्यूटर में सेव की गई फाइल्स और फोल्डर्स को देखने के लिए हम File Explorer का उपयोग करते हैं:
- शॉर्टकट: कीबोर्ड से $\text{Window} + \text{E}$ दबाएं।
- टास्कबार से: टास्कबार पर दिए गए फाइल एक्सप्लोरर सिंबल (फोल्डर जैसा आइकन) पर क्लिक करें।
- File Explorer में आप Desktop, Downloads, Pictures, Videos, Music आदि सभी स्थानों पर सेव की गई फाइल्स को देख सकते हैं।
<a name=”module-4″></a>
मॉड्यूल 4: फोल्डर और फाइल मैनेजमेंट
1. फोल्डर बनाना (Folder Creation) (36:07 – 39:59)
फोल्डर (Folder) का उपयोग फाइल्स को व्यवस्थित (Collect) करके रखने के लिए किया जाता है।
- जगह चुनें: जहाँ भी फोल्डर बनाना है (जैसे डेस्कटॉप या पिक्चर्स फोल्डर के अंदर)।
- राइट क्लिक करें $\rightarrow$ New पर माउस पॉइंटर ले जाएं $\rightarrow$ पॉप-अप मेनू में Folder पर लेफ्ट क्लिक करें।
- फोल्डर का नाम टाइप करें (जैसे: ‘डेटा’ या ‘फोल्डर’) और $\text{Enter}$ दबाएं।
2. नाम बदलना और डिलीट करना (Rename and Delete) (40:04 – 41:43)
- नाम बदलना (Rename):
- फाइल/फोल्डर पर सिंगल लेफ्ट क्लिक से सेलेक्ट करें।
- कीबोर्ड से $\text{F2}$ की दबाएं (या राइट क्लिक करके Rename चुनें)।
- नया नाम टाइप करें और $\text{Enter}$ दबाएं।
- डिलीट करना:
- फाइल/फोल्डर को सेलेक्ट करें।
- कीबोर्ड से Delete की दबाएं (या राइट क्लिक करके Delete चुनें)।
3. फाइल को फोल्डर में मूव करना (Cut/Paste vs. Drag/Drop) (41:44 – 45:49)
फाइल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के तीन मुख्य तरीके:
| तरीका | विधि | उपयोग |
| Cut & Paste | फाइल को सेलेक्ट करें $\rightarrow$ Ctrl + X (कट) करें $\rightarrow$ फोल्डर खोलें $\rightarrow$ Ctrl + V (पेस्ट) करें। | यह सबसे ‘सुरक्षित’ तरीका है, खासकर जब आप किसी फाइल को परमानेंटली मूव कर रहे हों। |
| Drag & Drop (रिस्टोर डाउन) | फोल्डर को Restore Down करके छोटा करें (Max/Min बटन के पास)। $\rightarrow$ फाइल्स को सेलेक्ट करें $\rightarrow$ माउस का लेफ्ट क्लिक होल्ड करके उन्हें फोल्डर के अंदर ‘ड्रैग’ करें और ‘ड्रॉप’ करें। | बड़ी संख्या में फाइल्स को जल्दी मूव करने के लिए। |
| Drag & Drop (सीधे फोल्डर आइकन पर) | फाइल्स को सेलेक्ट करें $\rightarrow$ माउस का लेफ्ट क्लिक होल्ड करें $\rightarrow$ उस फोल्डर के आइकन पर ले जाएं जिसमें डालना है। $\rightarrow$ जब “Move to [फोल्डर का नाम]” लिखकर आए, तभी क्लिक छोड़ें। | यह सबसे तेज़ और आसान तरीका है। |
4. डेस्कटॉप आइकन साइज़ एडजस्ट करना (Zoom In/Out) (37:57 – 38:40)
- आइकन के साइज़ को बढ़ाने या घटाने के लिए:
- कीबोर्ड पर Ctrl की को दबाकर रखें।
- माउस के स्क्रॉल व्हील को ऊपर की ओर घुमाएं (Zoom In)।
- माउस के स्क्रॉल व्हील को नीचे की ओर घुमाएं (Zoom Out)।
<a name=”module-5″></a>
मॉड्यूल 5: सिस्टम सेटिंग्स (Control Panel)
कंप्यूटर की सभी सेटिंग्स को कंट्रोल पैनल (Control Panel) से मैनेज किया जाता है।
1. डेट और टाइम बदलना (Change Date & Time) (46:42 – 49:00)
- Control Panel खोलें (Window Key दबाकर सर्च करें)।
- Control Panel में All Control Panel Items सेक्शन पर जाएं।
- Date and Time पर क्लिक करें।
- Change date and time पर क्लिक करके कैलेंडर और घड़ी से सही समय और तारीख सेट करें।
- सेटिंग्स को सेव करने के लिए OK करें।
2. वॉलपेपर/बैकग्राउंड बदलना (Change Wallpaper) (49:06 – 50:54)
- डेस्कटॉप पर राइट क्लिक करें $\rightarrow$ Personalize चुनें।
- Background सेक्शन पर क्लिक करें।
- Personalize Your Background के ड्रॉप-डाउन मेनू में से चुनें:
- Picture: कोई भी सेव की हुई फोटो लगाएं। आप Browse Photos पर जाकर अपनी पसंद की फोटो चुन सकते हैं।
- Solid Color: एक सिंगल रंग का बैकग्राउंड लगाएं।
- Slideshow: समय-समय पर अपने आप बदलने वाली तस्वीरों का सेट लगाएं।
- Choose a fit for your desktop image से यह सेट करें कि फोटो स्क्रीन पर कैसे दिखेगी (Fill, Fit, Tile, Center आदि)।
